कोरोना महामारी के दौर में ईंट निर्माण से परिवार का भरण पोषण कर रही हैं सोहागपुरढाना की आरती वर्मा

RAKESH SONI

कोरोना महामारी के दौर में ईंट निर्माण से परिवार का भरण पोषण कर रही हैं सोहागपुरढाना की आरती वर्मा

प्रधानमंत्री आवास योजना में करती हैं ईंट सप्लाई

एनआरएलएम के समूह से लिया ऋण

बैतूल:- जिले के विकासखण्ड शाहपुर के ग्राम सोहागपुरढाना निवासी श्रीमती आरती वर्मा एनआरएलएम के सहयोग से ईंट निर्माण का कार्य हाथ में लेकर अपने परिवार की आमदनी बढ़ाने में सहयोग दिया है। उनके द्वारा निर्मित ईंट प्रधानमंत्री आवास योजना के मकानों के निर्माण के लिए सप्लाई की जा रही है। वर्तमान में श्रीमती वर्मा को ईंट निर्माण से प्रतिमाह 10 से 12 हजार रूपए की आमदनी हो रही है। स्व सहायता समूह से जुड़ी श्रीमती वर्मा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ग्रामीणों में जागरूकता लाने का कार्य भी कर रही हैं।

श्रीमती आरती वर्मा का विवाह खेती-किसानी करने वाले संदीप के साथ हुआ। उन्होंने बी.काम तक शिक्षा प्राप्त की है। खेती-किसानी की साधारण आमदनी से आरती वर्मा अपने सपनों को पूर्ण करने में असमर्थ थी। वर्ष 2017 में आरती वर्मा आजीविका मिशन के अन्तर्गत रानी आजीविका स्व सहायता समूह से जुड़ गई। समूह से जुडकऱ आरती वर्मा ने दो बार में समूह से ऋण के रूप में क्रमश: राशि 40 हजार रूपये प्राप्त किये।

उक्त राशि से आरती वर्मा ने ईंट निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया, जिससे आरती वर्मा का काम चलने लगा। किन्तु अभी भी आरती को लगा कि काम को और बढ़ाना चाहिए, ताकि ज्यादा आमदनी प्राप्त हो सके। इसके बाद आरती ने अपने पति से चर्चा करने के बाद 40 हजार रूपये की ऋण वापसी के बाद फिर से ग्राम संगठन के माध्यम से 50 हजार ऋण लिया और काम बढ़ाया। उक्त कार्य से आरती को 10 से 12 हजार रूपये की मासिक आमदनी प्राप्त होने लगी।
जनता कफ्र्यू के दौरान आरती द्वारा सरकारी कार्यों (प्रधानमंत्री आवास योजना) में तैयार ईंट सप्लाई की जा रही है, जिससे कोविड-19 महामारी के फेस-2 में परिवार का जीवन यापन हो रहा है।

अप्रैल 2021 से पूरे प्रदेश में कोविड-19 महामारी के फेस-2 के कारण जिले में भी संक्रमण का अत्यधिक प्रसार होने लगा, जिसके कारण शासन द्वारा जनता कफ्र्यू लगा दिया गया। आरती वर्मा के द्वारा ग्राम के अन्य स्व सहायता समूहों की महिलाओं एवं ग्रामवासियों को कोविड के प्रति जागरूक करने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने एवं अपने-अपने घरों में ही रहने के बारे में बताया जा रहा था।

आरती वर्मा बहुत खुश हैं और बताती हैं कि अगर आजीविका मिशन जैसी योजना गांव में नहीं आती, तो मैं अपने परिवार का विकास कभी भी नहीं कर सकती थी। इसके लिए आरती वर्मा आजीविका मिशन को बार-बार धन्यवाद देती है।

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