आन्दोलन के दूसरे चरण के पूर्व भोपाल और सतना में बैठक:-28 % महंगाई भत्ते का एरियर का भुगतान करे :-यूनाइटेड फोरम।
सारनी। मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम सारनी के संयोजक कुंदन सिंह राजपूत ने बताया कि 19 अगस्त को प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे के साथ यूनाइटेड फोरम की प्रांतीय कार्य समिति की विद्युत कर्मचारी अधिकारीयो की 18 सूत्रीय मांगो पर चर्चा भोपाल में की। समाधान नहीं निकला तो यूनाइटेड फोरम की प्रांतीय कार्य समिति ने ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के पास अपना पक्ष रखा । फोरम के संयोजक वी के एस परिहार आज दि 21 अगस्त को सतना पहुंच कर ऊर्जा मंत्री से मिले ओर 18 सूत्रीय मांगो पर सकारात्मक चर्चा की । ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने 23 अगस्त को भोपाल में फोरम के प्रतिनिधियों को बुलाया है। विधुत वितरण कंपनियों के निजीकरण एवं विधुत संशोधन अधिनियम 2021 के विरोध मे मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम फार एमपलाइज एंड इंजीनियर्स एवं आल इंडिया पावर एमपलाइज एंड इंजीनियर्स के आव्हान पर विद्युत कर्मचारी अधिकारी पूरे देश में 10 अगस्त को एक दिन का सांकेतिक कार्य का बहिष्कार एवं मोबाइल बंद रखने की सफलता के बाद सरकार ने फोरम की संगठन शक्ति को ध्यान में रखते हुए प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे के साथ यूनाइटेड फोरम की 19 अगस्त को भोपाल में चर्चा की गई ।फोरम के संयोजक वी के एस परिहार ने बताया कि मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम के आव्हान पर सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के विरोध में घटक संगठनो ने कार्य बहिष्कार किया । मध्यप्रदेश में बिजली कंपनीयो के निजीकरण के विरोध में पूरे प्रदेश में असंतोष है ।आगामी 24 अगस्त से 26 अगस्त तक लगातार पूर्ण कार्य बहिष्कार कर आन्दोलन किया जाएगा जिसकी तैयारी फोरम ने कर रखी है ।फोरम की प्रमुख मांगे हैं — केंद्र सरकार द्वारा वितरण कंपनियों के निजीकरण एवं जारी स्टैण्डर्ड बिड डाकयूमेट को मध्यप्रदेश में लागू नहीं किया जाए । प्रदेश में कार्यरत सभी संविदा कर्मचारी/अधिकारीयो को बिहार एवं आंध्रप्रदेश सरकार की तरह नियमित करना।मध्यप्रदेश राज्य विद्युत मंडल के कार्मिको को पेंशन की सुनिश्चित व्यवस्था उत्तर प्रदेश शासन की तरह , गारंटी लेकर पेंशन ट्रेजरी से दी जाए । अधिकारी/ कर्मचारीयो की O3 वेतन विसंगतियों को दूर करना । मध्यप्रदेश सरकार द्वारा स्थगित किये गये महंगाई भत्ते ओर केंद्र सरकार के समान 28 प्रतिशत का भुगतान , वेतन वृद्धि के एरियर का भुगतान किया जावे ।मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम जनरेशन सारनी के प्रचार सचिव अंबादास सूने ने कंपनी अथवा मंडल के कार्मिको को एकजुट होकर संघर्ष करने की अपील की ।तभी हम अपने विधुत उधोग को निजीकरण से बचा सकते हैं । इस मौके पर फोरम के घटक संगठनों मे मध्यप्रदेश विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन, आई टी आई एसोसिएशन, मजदूर काँग्रेस, तकनीकी संघ , विधुत मंडल कर्मचारी यूनियन सहित अनेक संगठन आगामी कार्य बहिष्कार आन्दोलन को सफल बनाने के लिए तैयारी कर रहे हैं ।