अवैध सिंगल यूसड प्लास्टिक की आयात और बिक्री बन्द करने की मांग लेकर ANPI(INDIA) संगठन ने पर्यावरण मंत्री को दिया ज्ञापन
चोपना।भारतीय गैर बुना नॉन वोवन उत्पाद उद्योग संघ (ANPIINDIA) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव कुमार रॉय के नेतृत्व में संगठन के प्रतिनिधियो ने मध्य प्रदेश पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग से मुलाकात कर मध्य प्रदेश में सिंगल यूसड प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंद लगाने की मांग का ज्ञापन दिया। ज्ञापन में तर्क देते हुए कहा गया कि भारत सरकार ने 2 अक्टूबर 2019 को सिंगल यूसड प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया परन्तु आज भी मध्य प्रदेश में अवैध रूप से सिंगल यूसड प्लास्टिक का आयात और बिक्री की जा रही है जिससे पर्यावरण को बहुत से नुकसानो का सामना करना पड़ रहा है। तर्क यह भी है कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में ही प्रतिदिन 12 टन सिंगल यूसड प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है जिसकी बाजार मूल्य लगभग 16 लाख रु है देखा जाय तो चूंकि सिंगल यूसड प्लास्टिक प्रतिबन्धित है इसलिए इसकी खरीदी बिक्री में GST बिल नही दिया जाता है जिस कारण केवल भोपाल शहर में प्रतिदिन 2 लाख 88 हजार रु की राजस्व की हानि हो रही है एक आकलन के मुताबिक़ एक महीने में लगभग 86 लाख 40 हजार और एक वर्ष में लगभग 103,680,000 रु की राजस्व हानि हो रही है। इसी आकलन को अगर 20 महानगर केंद्र में लिया जाय तो लगभग प्रतिदिन 1 करोड़ रु तथा एक महीने में 30 करोड़ और एक साल में लगभग 360 करोड़ रु का राजस्व हानि सरकार को हो रही है। चुकी दो वर्ष पूर्व सिंगल यूसड प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया हैं अर्थात 2 साल में सरकार को लगभग 700 करोड़ रु से भी ज्यादा राजस्व हानि हुई है जो कि एक बहुत बड़ा आंकड़ा है। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि सिंगल यूसड प्लास्टिक का उत्पादन मध्य प्रदेश में नही हो रहा है यह अन्य प्रदेश जैसे गुजरात,दिल्ली,हरियाणा आदि प्रदेश से आयात किया जाता है जिसमे मध्य प्रदेश सरकार को कोई राजस्व लाभ नही हो रहा है उल्टा और राजस्व हानि के साथ साथ अवैध कारोबार को बढ़ावा मिल रहा है जो की सरकार के लिए एक चुनोति है । सिंगल यूसड प्लस्टिकके से होने वाले नुकसान का कोई भरपाई होना असंभव है उल्टा इसके कचड़े के निपटान हेतु सरकार को योजना बनाकर धन खर्चा करना पड़ता है। ANPI इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव रॉय ने मंत्री जी से चर्चा करते हुए सिंगल यूसड प्लास्टिक के बिकल्प के रूप में नॉन वोवन केरी बैग जो कि इको फ्रेंडली केरी बैग है पूर्ण रूप से रिसाइकिलिंग और पर्यावरण में अनुकूल है ऐसा बताते हुए तर्क रखा कि विश्व मे आज कोविड 19 की महामारी में जिस मास्क और पीपी किट का उपयोग किया जा रहा है वो भी नॉन वोवन कपड़े से बना है मानव जाति के लिए संजीवनी का कार्य कर रहा है जिसका बहुतायत उपयोग किया गया है क्योंकि नॉन वोवन कपड़ा पूर्ण रूप से पर्यावरण के अनुकूल है। इसलिए मध्य प्रदेश सरकार सिंगल यूसड प्लास्टिक को पूर्ण प्रतिबंध लगाकर उसके बिकल्प के रूप में नॉन वोवन इको फ्रेंडली केरी बैग के उपयोग हेतु इसे प्रात्साहित किया जाने की मांग संगठन द्वारा की गई है। मंत्री जी ने इस विषय को गम्भीरता से लेते हुए संगठन को अस्वासन दिया है कि जल्द इस विषय पर मध्य प्रदेश की सरकार उचित कार्यवाही करेगी और पर्यावरण की रक्षा के लिए हर सम्भव प्रयास करेगी।