सारणी के गरीब मजदूर श्री विनोद चिकाने को उनका मकान वापस दिलाने के संबंध में कलेक्टर को लिखा पत्र
सारणी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोरोनावायरस को राष्ट्रीय आपदा का दर्जा दिया है। वर्तमान में कोरोना के व्यापक प्रकोप एवम् जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की अत्यधिक कमी होने के कारण आम जनता की बड़ी संख्या में कोरोना के कारण मृत्यु हो रही है, वहीं जिले के निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना के इलाज हेतु मनमाना पैसा वसूल कर आम जनता का शोषण किया जा रहा है। हाल ही में सारणी क्षेत्र के गरीब मजदूर श्री विनोद चिकाने को अपनी पत्नी के इलाज के लिए निजी अस्पताल का लंबा चौड़ा बिल चुकाने के लिए अपना घर भी बेचना पड़ा जो कि अत्यंत दुखद स्थिति है। (पेपर कटिंग)
पिछले लंबे समय से चल रहे लॉक डाउन के कारण आमजनता की पूरी तरह से बंद आर्थिक गतिविधि के कारण सामना की जा रही आर्थिक कठिनाइयों को देखते हुए मेरे द्वारा आपसे पूर्व में ही निवेदन किया गया है कि कोरोना से संक्रमित आमजन को सुलभ एवम् निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के प्रावधान अनुसार बैतूल जिले के समस्त निजी अस्पतालों का जिला प्रशासन द्वारा अधिग्रहण कर आमजनता को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की कृपा करेंगे तथा जिला प्रशासन आपदा से प्रभावित परिवारों, विधवाओं एवम् अनाथ बच्चों को विशेष आर्थिक सहायता प्रदान करने एवम् उनके द्वारा लिए गए कर्ज हेतु विशेष रियायत प्रदान करने की कृपा करें जिससे आमजनता को राहत मिल सके।
मेरा आपसे निवेदन है कि श्री विनोद चिकाने को उनका मकान वापस दिलाने की कृपा करेंगे तथा कोरोना से प्रभावित परिवारों, विधवाओं एवम् अनाथ बच्चों को विशेष आर्थिक सहायता प्रदान करने एवम् उनके द्वारा लिए गए कर्ज हेतु विशेष रियायत प्रदान करने की कृपा करेंगे।