बाँस के समग्र विकास का 5 वर्षीय रोड-मेप तैयार
देवास और हरदा जिले के 3800 हेक्टेयर क्षेत्र में होगा बाँस रोपण
भोपाल। प्रदेश में एक जिला-एक उत्पाद योजना में देवास और हरदा जिले में बाँस क्षेत्र के समग्र विकास का 5 वर्षीय रोड मेप तैयार किया गया है। इन दोनों जिले में 3800 हेक्टेयर क्षेत्र में बाँस रोपण के साथ 2500 किसान और बाँस शिल्पियों को कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण दिलाया जायेगा।
वन विभाग के अधीन राज्य बाँस मिशन द्वारा इन जिलों में बाँस प्र-संस्करण की 6 इकाइयाँ भी स्थापित की जाकर बाँस विपणन में सहयोग प्रदान करेगा। बाँस मिशन देवास और हरदा जिले के किसानों को प्रोत्साहित कर 1400 हेक्टेयर अनुपजाऊ निजी भूमि पर बाँस रोपण कराकर अनुदान उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा विभागीय रोपण और मनरेगा में 2250 हेक्टेयर क्षेत्र में बाँस-रोपण करायेगा।
बाँस मिशन की इस महत्वाकांक्षी योजना में किसानों और बाँस शिल्पियों को तकनीकी मार्गदर्शन और कौशल उन्नयन का प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाकर किसानों और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर के साथ ही उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
इसी तरह प्राथमिक प्र-संस्करण और मूल्य वर्धन इकाइयों की स्थापना के साथ ही बाँस कटाई के बाद के बुनियादी ढ़ाँचे का विकास किया जा सकेगा। बाँस उत्पादों को बेहतर कीमत दिलाने के लिए बाँस बाजार और एम्पोरियम का सहयोग लिया जाएगा।