चिकित्सक विभाग का ढुलमुल रवैया दे सकता है नगर में अप्रिय घटना को अंजाम

RAKESH SONI

अनियमितता
चिकित्सक विभाग का ढुलमुल रवैया दे सकता है नगर में अप्रिय घटना को अंजाम

बिना परामर्श के चिकित्सक की अनुपस्थिति में दो नर्स और एक आशा कार्यकर्ता के जिम्मे कोयलांचल पाथाखेड़ा में चल रहे वैक्सीनेशन की कमान

बीपी और ऑक्सीमीटर जैसे जरूरी उपकरण भी नदारद
बिना जांचे लगाई जा रही वैक्सीन

सारणी। भारत देश में इन दिनों कोविड – 19 महामारी की वापसी से देश हैरान – परेशान और चिंतित हैं। वही प्रतिदिन मध्यप्रदेश में कोविड – 19 के मरीजों के आकड़े समूचे प्रदेश में भयावह की स्थिति उत्पन्न करते दिखाई देते नजर आते हैं। वैक्सीनेशन को लेकर सरकार, सामाजिक संगठनों और निजी संस्थाएं लगातार प्रचार – प्रसार कर आम नागरिकों को वैक्सीन से होने वाले लाभों की जानकारी देने का भरकस प्रयास कर रही है। जिससे काफी हद तक धरातल पर परिणाम के रूप में बड़ी संख्या में लोग वैक्सीन लगाने अपने घरों से निकलते नजर भी आ रहे हैं। इसके विपरीत पाथाखेड़ा के डब्ल्यूसीएल एरिया अस्पताल में लापरवाही बरतने का मामला प्रकाश में आया।नगर में पूर्व में वैसे ही भ्रामक जानकारियों के शिकार हुए लोग वैक्सीन लगाने में अपनी रूचि नही दिखा रहे थे। जिसके बाद लोगों का समाना इन अनियमितता से होना क्षेत्र के लिए राहत भरी खबर नहीं है। पाथाखेड़ा के डब्ल्यूसीएल एरिया अस्पताल में लगाई जा रही कोविड – 19 वैक्सीन केंद्र में भारी अनियमितता नगर के लोगों पर मुसीबतों का पहाड़ बनकर उमड़ पड़ने के लिए असमय अडिग है। पाथाखेड़ा निवासी जागरूक नागरिक और समाजसेवी विवेकानंद उर्फ विक्की सिंह खुद प्रकाश में आये मामले के साक्षी बने हैं। श्री सिंह कि आपबीती में प्रकाश में आये मामले के अनुरूप वर्तमान समय में एरिया अस्पताल पाथाखेड़ा में केवल दो नर्स और एक आशा कार्यकर्ता ही सेवा प्रदान कर रही है। उन्होंने बताया कि केन्द्र में वैक्सीनेशन के पूर्व जांच करने के लिए न चिकित्सक मौजूद हैं और न ही मरीज के बीपी और ऑक्सीमीटर जैसे महत्वपूर्ण जांचने के उपकरण उपलब्ध है। जिसके कारण बिना परामर्श के कोयलांचल क्षेत्र पाथाखेड़ा के लोग अपने अमूल्य जीवन दांव पर लगाकर वैक्सीन लगाने को मजबूर हैं। वही कुछ लोग पुरानी बीमारियों से ग्रसित थे जिन्हें बिना परामर्श के ऐसी अनदेखी का शिकार हो कर वैक्सीनेशन किया गया जिसके तदुपरांत वे लोग लम्बे समय तक हाथ – पैर, बुखार जैसे कई अगल – अगल बीमारियों में लम्बे समय तक पीड़ा सहन करते दिखाई दिए। इन्हीं लापरवाही और अनदेखी के परिणाम स्वरूप कोयलांचलवासी का बड़ी संख्या में वैक्सीन लगाने से परहेज और भयभीत होना सबसे बड़ा और पहला कारण बनकर सामने आया है। इन दिनों नगर में लोगों द्वारा वैक्सीनेशन को लेकर कई प्रकार की चर्चाएं की जा रही है। विक्की सिंह ने कहा कि मेडिकल सिस्टम का ये ढुलमुल रवैया और घोर लापरवाही क्षेत्रवासियों के लिए कई चिंताए उत्पन्न करता है।

Advertisements
Advertisements
Share This Article
error: Content is protected !!