आरक्षक से प्रधान आरक्षक बने नवीन वर्मा, डीआईजी ने पद चिन्ह लगाकर दी बधाई

RAKESH SONI

आरक्षक से प्रधान आरक्षक बने नवीन वर्मा, डीआईजी ने पद चिन्ह लगाकर दी बधाई

बैतूल:- बैतूल जिले के शाहपुर थानांतर्गत एक छोटे से गांव भयावाड़ी के किसान श्री पन्नालाल वर्मा के पुत्र नवीन वर्मा जिन्होंने भोपाल पुलिस में अपनी अलग पहचान बनाकर अपने गांव व बैतूल जिले का नाम रोशन किया है।

नवीन वर्मा की शिक्षा 10वी कक्षा तक ग्राम भयावाड़ी में हुई उसके बाद 12वी तक शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल शाहपुर में हुई। नवीन ने बैतूल JH कॉलेज से बीए की पढ़ाई पूर्ण की एवं वर्ष 2007 में मध्यप्रदेश पुलिस में आरक्षक के पद पर भर्ती हुए। सागर में ट्रेनिंग करने के बाद नवीन वर्मा की राजधानी भोपाल में सर्वप्रथम थाना यातायात में पदस्थापना हुई। उसके बाद 2010 से लेकर 2013 तक थाना एमपीनगर में पदस्थ रहे, उपरांत 2 साल तक महिला हेल्पलाइन 1090 में सेवाएं दी।

नवीन वर्मा सन 2014 से पुलिस कंट्रोल रूम भोपाल में PRO जनसम्पर्क अधिकारी का कार्य कर रहे है।

सच्ची लगन और निष्ठा से किए गए कार्य का फल हमेशा मीठा होता है-

हमारे पूर्वज व बुजुर्ग अक्सर कहा कहते थे कि सच्ची लगन और निष्ठा से किए गए कार्य का फल हमेशा मीठा होता है यह एक कहावत भी है जिसे भोपाल पुलिस के लगनशील व मृदुभाषी पीआरओ नवीन वर्मा ने सही साबित कर दी है।

वर्ष 2014 से भोपाल पुलिस जन सम्पर्क अधिकारी और के पद पर कार्यरत नवीन वर्मा ने अपनी कार्यशैली से भोपाल पुलिस एवं मीडिया के बीच सेतु का कार्य किया है। नवीन वर्मा भोपाल पुलिस की उपलब्धियों को मीडिया तक त्वरित पहुंचाकर प्रकाशन में सेतु की भूमिका निभा रहे हैं।

नवीन वर्मा अपने कर्तव्यों के प्रति लगनशील व मेहनती होने के साथ साथ मृदुभाषी भी है, जिसकी वजह से उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ साथ मीडिया के बीच बेहतर तालमेल से उत्कृष्ट छवि बना ली है। इसी वजह से लोग उन्हें भोपाल पुलिस में नाम से ज्यादा उनकी कार्यशैली से जानते है।

2014 से है पदस्थ

नवीन वर्मा pro मे वर्ष 2014 से पदस्थ हुए तब लेकर वर्तमान तक करीब दो दर्जन आईजी/डीआईजी बदल चुके है, लेकिन कभी किसी अधिकारी को उन्होंने शिकायत का मौका नहीं दिया। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा समय-समय पर नगद ईनाम व प्रशंसा पत्र प्रदाय कर पुरस्कृत भी किया जा चुका है। साथ ही पुलिस अधिकारी व मीडिया द्वारा उनकी प्रशंसा की जाती रहती है।

पीआरओ नवीन वर्मा की यह खासियत है कि वे अपनी कर्तव्यों के साथ-साथ 24 घण्टे फोन पर भी अलर्ट रहते है, किसी भी वक्त उन्हें फोन करते ही तत्काल प्रेस नोट व भोपाल पुलिस संबंधी अन्य जानकारियां उपलब्ध कर देते है।

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